ये बात है वर्ल्ड कप 2003 की। ऑस्ट्रेलिया और नामीबिया टीम के बीच मैच हो रहा था। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। आस्ट्रेलिया ने ऑल राउंडर मैथ्यू हेडन के 88 रन और एंड्रयू साइमंड्स के 59 रनों की बदौलत 6 विकेट पर 301 रन का स्कोर खड़ा किया। कप्तान रिकी पोंटिंग इस मैच में अपने बल्ले का कमाल नहीं दिखा पाए और 2 रन बनाकर ही पवेलियन लौट गए । लक्ष्य का पीछा करने उतरी नामीबिया, ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी की आंधी में उड़ गई। ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा की करिश्माई बॉलिंग ने नामीबिया के किसी भी खिलाड़ी को टिकने नहीं दिया। कोई भी खिलाड़ी 10 रन से ज्यादा नहीं बना पाया। मैकग्रा ने 7 ओवर में 7 विकेट लेकर वर्ल्ड कप में एक इनिंग में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया। इतना ही नहीं मैकग्रा ने 7 में से 4 ओवर ऐसे भी डाले जिनमें एक भी रन नहीं बना। पूरी नामीबिया टीम 14 ओवरों में महज 45 रन बनाकर ढेर हो गई। ऑस्ट्रेलिया ने ये मैच 256 रन से जीत लिया। वर्ल्ड कप रिकॉर्ड में ये जीत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी जीत है।