हाल ही में हुए एक अध्ययन से पता चला है कि गंदी हवा में सांस लेने से आंत के बैक्टीरिया, मोटापे, मधुमेह, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विकारों और अन्य पुरानी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
एनवायरनमेंट इंटरनेशनल नामक पत्रिका में ऑनलाइन प्रकाशित इस अध्ययन में पाया गया है कि यंग एडल्ट्स में कम माइक्रोबियल विविधता और रोग से जुड़ी कुछ विशिष्ट प्रजातियों को दिखाने वाले ओजोन के उच्च स्तर के संपर्क में हैं।
अध्ययन ऐसे समय में आया है जब कई अमेरिकी शहरों में हवा की गुणवत्ता दशकों के सुधार के बाद बिगड़ रही है।