फायरिंग की इस घटना की जानकारी जैसे ही सोशल मीडिया पर डाली गई तो वैसे ही उनके समर्थक और समाज से जुड़े लोग अस्पताल के लिए आने लगे। लेकिन उनको अस्पताल में जाने नहीं दिया गया।