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गर्मी की बरसात से पेयजल संकट टला, पर्यटन स्थलों पर उमड़ रहे लोग

2024-06-03 4,568 Dailymotion

चेन्नई. गर्मी के लिहाज से भले ही महानगर अभागा रहा हो लेकिन दक्षिणी जिलों में अच्छा खासा पानी बरसा है। इस वजह से वहां आशंकित पेयजल संकट टल गया है। केरल में हो रही बरसात से तटीय जिलों के झरनों में भी पानी आने लगा है, जिससे पर्यटन स्थलों पर लोग फिर से उमड़ने लगे हैं। ऊटी में हुई भारी बरसात के बाद लोगों के घरों में पानी घुसा आया था। ऊटी ने रविवार को बारिश रुक जाने से राहत महसूस की। कुछ जिलों में अगले चौबीस घंटों में भी बरसात का अनुमान है। ग्रीष्मकालीन बरसात ने तमिलनाडु में पिछले सवा सौ सालों में सातवां नया रेकॉर्ड बनाया है।

तिरुनेलवेली, तुत्तुकुड़ी, कल्लकुरिची और निकटवर्ती जिलों में रविवार को हल्की बारिश हुई। इन जिलों के बांधों में जलस्तर बढा है। प्रशासन का दावा है कि पिछले दिनों की भयावह गर्मी से जो जल संकट का जोखिम पैदा हुआ था, उसका समाधान हो चुका है। होगेनेक्कल, तिरुनेलवेली और तेनकाशी के झरनों में पर्यटकों की बड़ी तादाद देखने को मिल रही है। राज्य में स्कूलों के फिर से खुलने की तारीख को 10 जून कर दिए जाने से पर्यटन स्थलों पर अगले एक सप्ताह तक और चहल-पहल दिखाई देगी।
124 सालों में सातवीं बार अधिक बारिश

क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने गर्मी के मौसम में हुई बरसात के बारे में बताया कि तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल क्षेत्रों में मई के महीने में बारिश पिछले 124 वर्षों में हुई सातवीं सबसे अधिक है इससे पहले 2014 सर्वाधिक बरसात हुई थी। सबसे अधिक बरसात का सर्ववकालिक रेकॉर्ड मई 1943 का है जब 205.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी। इस बार मई में 138.2 मिमी बारिश हुई।
14 जिलों में भारी बारिश का अनुमान

क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने अगले 24 घंटों में तमिलनाडु के 14 जिलों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। आरएमसी के अनुसार, बारिश दक्षिणी तमिलनाडु में निम्न-स्तरीय वायुमंडलीय परिसंचरण के कारण हो रही है। नीलगिरि, कोयम्बत्तूर, तिरुपुर, तेनी, दिंडीगुल, ईरोड, सेलम, धर्मपुरी, तिरुपत्तूर, कृष्णगिरि, वेलूर, तिरुवण्णामलै, कल्लाकुरिची और पेरम्बलूर जिलों में भारी बारिश होगी। 3 और 4 जून को तमिलनाडु, कराईकल और पुदुचेरी के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।