शहर में घूम रहे आवारा कुत्तों की संया पर नियंत्रण लगाने के साथ लोगों को कुत्तों के भय से निजात दिलाने के लिए नगर निगम कुत्तों को एंटी रैबीज इंजेक्शन लगाने के साथ नसबंदी कराएगा। चौथी बार टेंडर जारी करने पर एक एजेंसी से अनुबंध की प्रक्रिया शुरू हो ग्ई। एक कुत्ते की नसबंदी पर करीब 1100 रुपए का खर्च आएगा, इसलिए निगम जमीन तलाश रहा है जहां पर नसबंदी के लिए ओटी बनेगा। साथ ही 6 दिनों तक कुत्तों को निगरानी में रखने के बाद पहचान के लिए काट पर निशान लगाकर वापस छोड़ा जाएगा।
आयुक्त संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि स्ट्रीट डॉग (आवारा कुत्ता) के बर्थ कंट्रोल के लिए एनिमल वेलफेयर बोर्ड की शर्तों के अनुसार वैक्सीनेशन एवं नसबंदी की प्रक्रिया होगी। तीन बार टेंडर जारी करने पर कोई एजेंसी नहीं मिली थी, अब चौथी बार में एक एजेंसी ने टेंडर लेकर अनुबंध करने आए है। एक डॉग की नसबंदी पर एंटी रैबीज इंजेक्शन सहित 1100 रुपए का खर्च आएगा। करीब 4 हजार कुत्तों की अनुमानित संया के अनुसार काम शुरू होगा। एजेंसी द्वारा पशु चिकित्सक की निगरानी में वैक्सीनेशन, नसबंदी के लिए जहां से डॉग को उठाएंगे दोबारा उसी स्थान पर उसे छोडऩे की जिमेदारी एजेंसी की रहेगी।