"बीवी ऊपर छत पर रो रही थी, मैं नीचे खड़ा होकर रो रहा था…"
यह दर्द भरी कहानी है एक ऐसे पति-पत्नी की, जिन्होंने कैंसर से जूझते हुए उम्मीद नहीं छोड़ी।
शुरुआत में निप्पल से खून निकलने पर डॉक्टर ने बताया कि यह ब्रेस्ट कैंसर है।
डॉक्टरों ने कहा — सिर्फ सिस्ट मत हटवाओ, पूरा ब्रेस्ट निकलवाना पड़ेगा।
बीवी ने ऑपरेशन करवाया, फिर 8 कीमोथेरेपी लीं।
लेकिन एक साल बाद PET स्कैन में पता चला कि अब तो कैंसर पूरे शरीर में फैल चुका है।
डॉक्टर ने कहा — अब 19 कीमो करनी होंगी, जिनमें 9 डबल डोज़ की और 10 सिंगल।
बीवी ने साफ कह दिया —
"मैं मर जाऊंगी लेकिन अब कीमो नहीं करवाऊंगी!"
तभी किसी भाई साहब ने सुझाव दिया —
"HIIMS में एक बार ज़रूर ट्राई करो।"
वो HIIMS अस्पताल आए, आचार्य मनीष जी की देखरेख में आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा से इलाज शुरू हुआ।
सिर्फ 11–13 दिनों में ही जबरदस्त राहत मिली —
दर्द कम हुआ, स्थिति स्थिर हुई और अब वो लोग घर वापस जा चुके हैं, उम्मीद और मुस्कान के साथ।
यह वीडियो है एक सच्ची कहानी का —
जहां दवा ने नहीं, प्रकृति और विश्वास ने जिंदगी वापस दी।