उत्तराखंड: हल्द्वानी का फाइकस गार्डन पर्यावरण और जैव विविधता के संगम की अनूठी मिसाल है. अब यह गार्डन पर्यटकों के लिए खोला गया है. उत्तराखंड वन विभाग ने हल्द्वानी के लालकुआं स्थित अपने अनुसंधान केंद्र में दस साल पहले फाइकस गार्डन विकसित करने का काम शुरू किया था.
आज ये उद्यान अलग-अलग तरह की फाइकस प्रजातियों का घर है। वन विभाग के मुताबिक ये इस तरह का भारत का सबसे बड़ा उद्यान है. पांच हेक्टेयर में फैला ये फाइकस उद्यान शोधकर्ताओं, छात्रों और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक प्रयोगशाला की तरह है.फाइकस पौधे अंजीर या शहतूत परिवार से संबंधित हैं. इसमें पेड़ों, झाड़ियों और लताओं की लगभग 850 प्रजातियां शामिल हैं.
इनमें से ज्यादातर उष्णकटिबंधीय या उपोष्णकटिबंधीय हैं. फाइकस गार्डन अब पर्यटकों के लिए खुल चुका है. इसका मकसद इस प्रजाति के पारिस्थितिक महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है.