तालाब, बावड़ी, नाडिया, कुएं आदि हमारे पौराणिक परंपरागत जल स्रोत है। पहले की पीढ़ियां इन्हीं से पानी पीती थी। हमारा दायित्व बनता है कि इन पौराणिक परंपरागत जल स्त्रोतों को साफ सुथरा बनाए रखें। इनका सरंक्षण करें। ये विचार खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति व उपभोक्ता मामले के मंत्री सुमित गोदारा ने सोमवार को एक दिवसीय रामदेवरा दौरे के दौरान कहे। वे यहां रामदेवरा ग्राम पंचायत के मावा गांव में जल सरंक्षण को लेकर हरखेड़ी नाडी के किनारे हुए समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। रामदेवरा में सोमवार को वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत मावा गांव में जल स्त्रोत हरखेड़ी नाडी की विधिवत पूजा-अर्चना और गंगाजल अर्पण के साथ पुजारी राजेंद्र छगानी ने करवाई।